बाल कविता सेंटा

सेंटा, सेंटा,
खाली हाथ ही आए हो?
बोलो–बोलो,
मेरे लिए क्या लाए हो?

सेंटा,सेंटा,
खाली हाथ मत आना,
मेरे बचपन की हर सुबह में,
नया उजाला भर जाना।


आकिब जावेद


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