आज का शे'र- दीपावली विशेष

22   22   22  22    22   22   22 2

इक  दिया  जलता  रहा  था तूफानों के सीने में,
अंधियारे को हैरत ये थी किसका इस पे साया है।

-आकिब जावेद

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ