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इक दिया जलता रहा था तूफानों के सीने में,
अंधियारे को हैरत ये थी किसका इस पे साया है।
-आकिब जावेद
"सपने वो नहीं जो नींद में देंखें,सपने वो हैं जो आपको नींद न आने दें - ए० पी०जे०अब्दुल कलाम "
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