आज की शायरी

तुम बनके हसीन ख़्वाब आयी हो देर तक
नज़रें  चुराके  नज़रें  मिलायी  हो  देर तक

-आकिब ज़ावेद

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ