आँखे
भीग जाती है
एवं बोलने
लगती है
इशारे में
कि वो अब
देख नही सकती
अन्य आँखों को
द्रवित,कुंठित,
निर्लिप्त
ऐसे
भीगे हुए!
#akib
"सपने वो नहीं जो नींद में देंखें,सपने वो हैं जो आपको नींद न आने दें - ए० पी०जे०अब्दुल कलाम "
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