बहुत सही लिखा है आपने । हम अगर निज धर्म, निज स्वार्थ से ऊपर उठकर बात करें तब ही यह भारतवर्ष बन पाएगा, अन्यथा ऐसी बातें भी बेमानी ही हैं । बहुत-बहुत शुभकामनाएँ ।
मेरा नाम आकिब जावेद है| पिता - श्री मो.लतीफ़ , माता- श्रीमती नूरजहां |
मैं एक छोटे से क़स्बे बिसंडा जिला बाँदा (उत्तर प्रदेश) का निवासी हूँ
जन्मतिथि- 06-02-1993,
शिक्षा- स्नातक कंप्यूटर साइंस, उत्तीर्ण- प्रथम श्रेणी, कालेज- अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा (मध्य प्रदेश) परास्नातक-MA History BU University Jhansi UP से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया।
इस समय बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक के पद पर कार्यरत हूँ।
कविता ,लेखन और नई-नई जगहों में घूमने की रूचि रखते हैं ।
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संपर्क सूत्र-09506824464
ajbisanda@gmail.com
1 टिप्पणियाँ
बहुत सही लिखा है आपने । हम अगर निज धर्म, निज स्वार्थ से ऊपर उठकर बात करें तब ही यह भारतवर्ष बन पाएगा, अन्यथा ऐसी बातें भी बेमानी ही हैं ।
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत शुभकामनाएँ ।
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