हँस हँस कर रखते है,सब अपनी दिल की बात
लोकतंत्र के पर्व में,तुम भी न देखो अब जात
✍️आकिब जावेद
हँस हँस कर रखते है,सब अपनी दिल की बात
लोकतंत्र के पर्व में,तुम भी न देखो अब जात
✍️आकिब जावेद
"सपने वो नहीं जो नींद में देंखें,सपने वो हैं जो आपको नींद न आने दें - ए० पी०जे०अब्दुल कलाम "
Copyright (c) 2021 Awaj E Sukhan E Adab All Right Reseved
0 टिप्पणियाँ
Thanks For Visit My Blog.