क़ता

बादलों ने घेर लिया अश्क़ को
बेमौसम बहने से फ़ायदा क्या
दर्द,ग़म ,बेवफ़ा ज़िंदगी ख़फ़ा
मिलकर फिर से फ़ासला क्या

-आकिब जावेद

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