मोहब्बत

मोहब्बत के दरो दीवार को प्यार से सींच
नफरतो के बौछारों में यँहा क्या रखा हैं
ये ऐसी ईमारत हैं, जो जैसा करे वैसी बने
देश को आपस में बाटने से यँहा क्या रखा हैं।।
#akib

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