दोस्तों,
प्रतिष्ठित Guftgu Sahitya में प्रकाशित ख़ास पेशकश में
#फ़ारसी_में_जन्मी_ग़ज़ल_का_सफ़र_सोशल_मीडिया_तक
आप सभी पढ़ कर अपनी मुहब्बतो से नवाज़े।बहुत शुक्रिया
ग़ज़ल
"सपने वो नहीं जो नींद में देंखें,सपने वो हैं जो आपको नींद न आने दें - ए० पी०जे०अब्दुल कलाम "
Copyright (c) 2021 Awaj E Sukhan E Adab All Right Reseved
0 टिप्पणियाँ
Thanks For Visit My Blog.