आज की शायरी

रब की वहदानियत लाजवाब,
वहदहू - ला - शरीका - लहू।

رب کی وَحدانِیَت لاجواب،
وَحْدَہٗ    لا   شَرِیکَ   لہٗ۔

आकिब जावेद عاقب جاوید

 

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