आज की शायरी २३.०१.२०२३

२३.०१.२०२३

नज़र में डाल के पर्दा सभी खुद के यही कहते,
ज़माने   में   बुराई   ही   बुराई   हो  गई  देखो।

نجر میں ڈال کے  پردہ سبھی خود کے یہی کہتے ،
زمانے    میں     برائی   ہی   برائی    ہو  گئی   دیکھو۔

आकिब जावेद ▪️ عاقب جاوید

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