पतंग और डोर के बीच का सम्बंध बताती शाइरी - आकिब जावेद के साथ

साख से ही टूट गई वो पत्तियां,
जिनको शज़र की क़दर नही।।

कट गई पतंग यूँ मेरे हाथ से,
डोर को इसकी ख़बर नही।।

-आकिब जावेद

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