आज की शायरी हालात पर आप सभी के सामने

हालात को अपने  गुजारे चला चल
नाख़ुदा को अपने पुकारे चला चल

राब्ता भी रख तू अपनो के दरमियाँ
ज़ख्म भी दिलो के नकारे चला चल

-आकिब जावेद

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