आज का शेर

2122 2122 2122 2122

ऑनलाइन  देखते  है  सब  हिक़ारत  से यहाँ पे,
क्यों मुहब्बत ब्लॉक करते जा रहे है ऑनलाइन।

-आकिब जावेद


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