आज का शेर

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बह्र-121 22 121 22
काफ़िया-इस
रदीफ़-से
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असास मज़बूत आशियाँ की
नही हिलेगी किसी ख़लिश से

-आकिब जावेद, बाँदा,उत्तर प्रदेश

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