#आज का शेर

सब सोचते है हज़ारो की भीड़ साथ है
तन्हा रोते हुए मेरे अक्स ने मुझे देखा

✍️आकिब जावेद

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ