*मिशन शिक्षण संवाद*
ग्रीष्म ऋतु की छुट्टियाँ समाप्त हो गई और चालीस दिन के आनंदपूर्वक दिनों का आनंद उठाते हुए हमारे बच्चे पुनः विद्यालय के ओर उन्मुख हुए।आज हम सुबह सुबह ही उठ कर तैयार हो गए,मन में खलबली सी मची हुई थी कि कब सुबह हो हम विद्यालय पहुँचे, हम अपने नियत समय 6:45 am पर विद्यालय के गेट पर पहुँच गये।अभी कोई भी छात्र नही पहुँचा आया था।हां केवल एक बच्चा आया हुआ था।जबकि हम एक दिन पूर्व विद्यालय की साफ़ सफाई हेतु विद्यालय के कर्मठ प्रधानाध्यपक श्री जयनारायण जी के साथ गये हुए थे तभी गाँव वालों एवं बच्चो से संपर्क हो गया तो उनको हम लोगो ने समय का अवगत करा दिया था। तो ख़ैर आगे बढ़ते हैं हम विद्यालय में पहुँच कर विद्यालय की घण्टी बजाई इसके दस मिनट बाद तक 50 बच्चे विद्यालय में उपस्थित हो चुके थे।हम लोगो ने प्रार्थना करवाई इसके तदुपरांत हम लोगो ने बच्चो से ग्रीष्म ऋतु में क्या क्या किया?इन सबकी सबकी जानकारी लेते रहे और हम प्रार्थना स्थल पर ही अब तक जो पिछले वर्ष पढ़ाया गया था उसकी पुनरावर्ती करवाने लगे तब तक 10-20 बच्चे और आ चुके थे।हम लोगो ने बच्चो को नैतिकता एवं पढाई के महत्व के बारे में अवगत कराया तदुपरांत कामतादीन प्रजापति स. अ. ने बच्चो को गतिविधियां कराई।तथा संजय गुप्ता स. अ. द्वारा बच्चो को आज से ही अँग्रेजी की मीनिंग याद करवाई।(विद्यालय में प्रतिदिन दो मीनिंग सबको याद करवाने का इस साल की योजना हैं) तथा सामान्य ज्ञान के बारे में मैंने स्वयं उनको बताया।इसी दौरान आज सामूहिक रूप से हमने मिशन शिक्षण संवाद के अंतर्गत आज के विचार को प्रस्तुत किया।इसके बाद हम लोगो ने कक्षाएं संचालित करवाई जिसमें सबका ग्रीष्म ऋतु के ग्रह कार्यो को जांचा गया।।
आकिब जावेद
स. अ.
टीम
अँग्रेजी माध्यम विद्यालय
उमरेहण्डा-बिसंडा जिला बाँदा
उत्तर प्रदेश
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