ख़्वाबो का

जागती  हुई  आँखों   से   दिखा  हमे  सपना
ज़िन्दगी से पाया ये सिलसिला है ख़्वाबो का

दूर  से  दिखा   उनके  हाथ  में  पत्थर  हमको
काँच का मेरा भी है, इक किला है ख़्वाबो का

#आकिब

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