बलात्कारी खुला घूमते,उनका कोई धर्म ईमान नही
करते जो मजहब के नाम पे तरफ़दारी वो हैवान है इंसान नही।।
-आकिब जावेद
बलात्कारी खुला घूमते,उनका कोई धर्म ईमान नही
करते जो मजहब के नाम पे तरफ़दारी वो हैवान है इंसान नही।।
-आकिब जावेद
"सपने वो नहीं जो नींद में देंखें,सपने वो हैं जो आपको नींद न आने दें - ए० पी०जे०अब्दुल कलाम "
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