हाइकू

पत्थर दिल
बेख्याल सा रहता
घूमता रहा

घमंडी रहा
बेपरवाह फिरा
ऐसे ही रहा

तोड़ने वाले
तोड़ते ही रहते
मायूस हुआ

चाहत रही
दिल में बसाने की
अधूरी रही

सोचता रहा
मिलेंगे एक दिन
ख्वाईश रही।।

#akib

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ