निर्झर/सोता/झरना। : हाइकु

बारिश आयी
निर्झर सी बछौर
मन भायी

सोता बहा
दिखा प्रकृति छटा
मन समायी

इंद्रधनुष
रंग बिखेरे खूब
झरना खिले

आकिब देखो
ऋतू बहार आयी
निर्झर लायी

खूब खिलेंगे
झरना पास दृश्य
खुशहाली में।।

®आकिब जावेद

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