कमज़ोर इरादे मंज़िलो से भटकाते हैं
बुलंद हौसले कस्ती को पार लगाते हैं
सफ़लता, असफ़लता तो सिर्फ कर्म हैं
क्यू नही एक राह,एक मंजिल अपनाते हैं!!
#akib


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