शे' र
इंसानियत की बातें हो नफ़रत के दौर में,
हो इत्तिहाद मुल्क में क़ायम - ओ- दाइम अब।
आकिब जावेद
इत्तिहाद: दो या दो से अधिक का मिल कर एक होना, एक होने की हालत या अद्वैतवाद, वस्ल अर्थात मिलन।
क़ायम-ओ-दाइम : हमेशा बाकी रहने वाला,बरकरार रहने वाला
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