आज की शायरी आकिब जावेद

शे' र
___________________________________

बारिश के हर मंज़र प्यारे होते हैं, फिर
उस बेवा की कुटिया में पानी गिरता है।
____________________________________

आकिब जावेद

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ