आज की शाइरी - मैं मुहब्ब्त यहाँ..

आँधिया नफ़रतों की यहाँ चल रही,
मैं  मुहब्ब्त  यहाँ  बांटता  रह  गया

آندھیاں نفرتوں کی یہاں چل رہی
میں  محبت  یہاں  بانٹتا  رہ  گیا

✍️आकिब जावेद@ عاقب جاوید

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