रदीफ़-है ऐसी
काफ़िया-ई
122 122 122
दुकाँ में बिका जह् यारो
जुबाँ शीरीं होती है ऐसी
-आकिब जावेद
شیر
دُکان میں بھی زہر یارو
زُبان شیریں ہو طے ہے ایسی
عاقب جاوید
दुकाँ में बिका जह् यारो
जुबाँ शीरीं होती है ऐसी
-आकिब जावेद
شیر
دُکان میں بھی زہر یارو
زُبان شیریں ہو طے ہے ایسی
عاقب جاوید
"सपने वो नहीं जो नींद में देंखें,सपने वो हैं जो आपको नींद न आने दें - ए० पी०जे०अब्दुल कलाम "
Copyright (c) 2021 Awaj E Sukhan E Adab All Right Reseved
0 टिप्पणियाँ
Thanks For Visit My Blog.