चंद अशआर की कोशिश🍃🍃🍀🌷
इश्क़ के हर मंज़र सुहाने लगते है
दर्द को भी हम यों दिवाने लगते है
भूल बैठे है हमको ग़मे फुरकत में
वो हमे ज़ेर ज़बर सुनाने लगते है
-आकिब जावेद
चंद अशआर की कोशिश🍃🍃🍀🌷
इश्क़ के हर मंज़र सुहाने लगते है
दर्द को भी हम यों दिवाने लगते है
भूल बैठे है हमको ग़मे फुरकत में
वो हमे ज़ेर ज़बर सुनाने लगते है
-आकिब जावेद
"सपने वो नहीं जो नींद में देंखें,सपने वो हैं जो आपको नींद न आने दें - ए० पी०जे०अब्दुल कलाम "
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