एक क़ता : क्या मेरी भी मौत सुहानी होगी!

क्या  मेरी  भी मौत सुहानी होगी
मिलके मुझसे क्या दिवानी होगी
छुप जाएगी देख ज़िन्दगी उसको
कई रीत निभाने की तैयारी होगी

-आकिब जावेद

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