World soil Day

वक्त के ढेर में मिट गया वजूद
मुट्ठी में बंद होकर रह गया वजूद
पेड़ के डाल से टूट कर,
जैसे पत्ते का मिट गया वजूद
परिवार से अलग होकर,
इंसान का ना रहा कोई वजूद
आसमाँ में खूब उड़े इंसा
मगर मिट्टी से अलग होकर
इंसा का मिट गया वजूद।।
#akib #mitti #WorldSoilDay

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