Earth 🌍 day 2024 poetry akib javed

Earth 🌍 daY 2024

है हरियाली यारों
धरा है तभी तक।

शज़र शहर में हैं 
हवा है तभी तक।

कटे गर नहीं वन
घना है तभी तक।

रही सांस "आक़िब"
चला है तभी तक।

आकिब जावेद

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