आज की शाइरी : आकिब जावेद

#Shair

गोशा ज़मुर्रद का ज़रीफ़ डूबा हुआ,
जैसे तसव्वुफ़ हो किसी तस्वीर का।

گوشہ زمرد کا زرک ڈوبا ہوا ,
جیسے تصوف ہو کسی تصویر کا!

-आकिब ज़ावेद© عاقب جاوید عید


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