कुछ बस्तियाँ ऐसे ही रही
जिनमे भरा रहा अँधेरा
जैसे बोरे में भरे
अंधेरों को
इंतज़ार हो
सिर्फ और सिर्फ
उन किरणों का
जो
आयेगी और करेगी
रोशन जमी उनकी
जो
अंधेरों के बोरे में
भरी हुई है!
-आकिब जावेद
कुछ बस्तियाँ ऐसे ही रही
जिनमे भरा रहा अँधेरा
जैसे बोरे में भरे
अंधेरों को
इंतज़ार हो
सिर्फ और सिर्फ
उन किरणों का
जो
आयेगी और करेगी
रोशन जमी उनकी
जो
अंधेरों के बोरे में
भरी हुई है!
-आकिब जावेद
"सपने वो नहीं जो नींद में देंखें,सपने वो हैं जो आपको नींद न आने दें - ए० पी०जे०अब्दुल कलाम "
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