बेहिसाब सवाल करती मेरी तन्हाई।

बेहिसाब सवाल करती मेरी तन्हाई
क्यों करता हैं याद उनकी बेवफ़ाई
अपना बनाके वो छोड़ते हैं सबको
क्यों करती हैं पीछा उनकी परछाई

●आकिब जावेद●

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